22.8.11

खुला ख़त अन्ना जी के नाम

जन लोकपाल बन जायेगा और हिंदुस्तान से भ्रष्टाचार मिट जायेगा ,ऐसी भावना आज अस्तु अन्ना जी पुरे जनमानस में व्याप्त होती जा रही है .मेरी राय में ये एक मृगमरीचिका है एक सम्भावना है की ऐसा होगा और पूरा विस्वास अभी नहीं है ।
अन्ना जी, श्री केजरीवाल जी ,श्री शांति भूषण जी ,श्री प्रशांत जी के बनाये हुए जन लोकपाल बिल का अनुसरण कर रहे हैं तथा अनशन पर हैं और देश को कह रहे हैं की में भी अन्ना-तुम भी अन्ना और सरकार भी अन्ना बन कर इस बिल का अनुसरण करो और इसको संसद से पास कराओ वर्ना देश की जनता भ्रस्ताचार से मिट जाएगी ।
आदरणीय अन्ना जी आप समजदार हैं और इतना तो जानते हैं की इ-मेल,इन्टरनेट इस देश में जानने वाली जनता कम है और इसी जनता के लिए भ्रस्ताचार एक बीमारी बनता जा रहा कई जिसके निवारण के लिए आपके आदमियों का तथाकथित लोकपाल उनके ऊपर मत थोपिए सरकारे आती जाती हैं और आप राजनेतिक आदमी नहीं हैं इसी देश मैं प्रधान मंत्री .राष्ट्रपति आदि पद जेबी हो गएँ हैं .आज अनशन का आपका ७ दिन है आज और अभी क्या आप इस बात की जमानत दे सकतें हैं की आपका उक्त लोकपाल भी किसी की गोद का खिलौना न बनने पायेगा .एक बिल बनता है और हजार भ्रस्ताचार को जनम देता है । आपके लोकपाल की सैश्चिक योग्यता क्या होगी इसके बारे में आपके महँ सेनापतियों ने कोई विचार नहीं किया और क्योँ करते वो जानते हैं की जब इस देश में मेट्रिक पास करके भी राष्ट्रपति बना जा सकता तो लोकपाल के लिए किसी भी शिक्षा की जरुरत क्योँ होगी.