29.11.08

आकृति

मात्रत्व के आभास की अनुपम लहर है आकृति
हमारे अभिसार की अनुभूति है आकृति
ममता के सहेज भावः की अभियक्ति है आकृति
गौरव मेरा विश्वास मेरा और संपूर्ण संसार है आकृति
एक छोटा सा बदन धकरण
आँखे सजग ,किल्कारिन और रुदन को समाहित करने से बना एक
समीकरण है आकृति
मेरे जीवन की जीवंत रचना यानि कृति है आकृति

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